What Is Bounce Rate In Hindi : बाउंस रेट कम करने के 5 Powerful तरीके 

दोस्तों, अगर आप भी Blogging करते है तो आपने भी Bounce Rate का नाम जरूर सुना होगा तब उनके दिमाग में यह सवाल आता है की What Is Bounce Rate In Hindi और फिर जब हम Blogging की शुरुवात करते है तो शुरुवाती समय में हमारे सामने कई सारी समस्याएं आती है जिनमे से एक Bounce Rate भी होती है और लगभग हर एक ब्लॉगर को इस समस्या से लड़ना पड़ता है और अगर आपके भी ब्लॉगिंग की शुरुवात कर दी है तो आपको भी जरूर इस समस्या का सामना करना पड़ रहा होगा, जिसका हल ढूंढना थोड़ा सा कठिन होता है। 

What Is Bounce Rate In Hindi
What Is Bounce Rate In Hindi

लेकिन अगर हम कुछ बातों का विशेष ध्यान दे और उन को सही कर ले तो हम Bounce Rate की इस समस्या से छुटकारा पा सकते है, जिसकी सारी जानकारी हम आपको अपने लेख में देंगे और लेख को पूरा करने के बाद अगर आप बताई गई बातों पर ध्यान देते है तो जरूर से आपका भी बाउंस रेट कम हो जाएगा, और हम आपको अपने लेख में किसी तरह की पैसे देकर किए जाने वाले हल के बारे में नहीं बताएंगे बल्कि जो काम हम बिल्कुल फ्री में कर सकते है उसके बारे में भी बताएंगे। 

What Is Bounce Rate In Hindi ( बाउंस रेट क्या होता है )

कई सारे लोगो का सवाल रहता है की What Is Bounce Rate In Google Analytics तो उनको बता दे की जो हमारे गूगल एनालिटिक्स में बाउंस रेट दिखता है उसका अर्थ होता है की जब कोई यूजर या रीडर हमारी वेबसाइट पर आता है और वह हमारे किसी एक वेबपेज से जानकारी लेकर वेबसाइट से बाहर चला जाता है, ऐसे सभी विजीटर्स की कुल संख्या का कुल औसत ही Bounce Rate कहलाता है।

अगर हम आसान भाषा में कहे तो यूजर्स की वह दर जिसमे वह सिर्फ एक वेबपेज को पढ़कर ही बाहर चला जाता है और अगर हमारी वेबसाइट में Bounce Rate अधिक हो जाता है तो यह हमारे Seo के लिए ठीक नहीं होता है और यदि हमने इसको अच्छे से मेंटेन कर लिया तो हमारे ब्लॉग की रैंकिंग पर बहुत अच्छा परिणाम देखने को मिलता है।

ब्लॉग की रैंकिंग में Bounce Rate बहुत जरूरी होता है क्योंकि कहीं न कहीं यह हमारी वेबसाइट के Blog Post या Web Page को दर्शाता है की हमने उसको किस तरह से बनाया या लिखा है। 

Bounce Rate Kya Hai ( बाउंस रेट क्या होता है )

अब अगर हम Definition Of Bounce Rate की बात करें तो हम यह कह सकते है की कुल विजीटर्स का वह औसत जिसमे विजीटर्स किसी एक वेबपेज को देखकर ही बाहर चले जाते है। 

अगर हम एक उदाहरण के रूप में समझे तो हमारे ब्लॉग पर 40% बाउंस रेट है तो इसका अर्थ हुआ की हमारे ब्लॉग में जितने विजीटर्स आते है उसका 40% विजिटर सिर्फ एक वेबपेज को देखकर बाहर चला जाता है। 

What Should Be The Bounce Rate ( बाउंस रेट कितना होना चाहिए )

अब आप What Is Bounce Rate In Hindi के बारे में तो समझ गए होंगे और आपने यह जान लिया होगा की बाउंस रेट क्या है ? लेकिन अब आपके मन में यह सवाल भी आ रहा होगा की हमारी वेबसाइट में बाउंस रेट कितना होना चाहिए तो आपको बता दे की अगर हमारे ब्लॉग या वेबसाइट पर 1% से लेकर 15% तक का बाउंस रेट है तो वह सबसे अच्छा है लेकिन इतना बाउंस रेट सिर्फ कुछ चुनिंदा कामयाब वेबसाइट का ही होता है।

वहीं पर अगर हमारे ब्लॉग का बाउंस रेट 15% से 40% तक है तो यह एक अच्छा बाउंस माना जाता है जो की कई सारी वेबसाइट का रहता है जो काफी समय से ब्लागिंग कर रहे है, वहीं पर अगर हमारे ब्लॉग या वेबसाइट का बाउंस रेट 40% से 70% है तो यह उतना अच्छा नही है इससे हम सिर्फ अपना काम चला सकते है हालांकि अगर हमारे ब्लॉग या वेबसाइट का बाउंस रेट 70% से ऊपर चला जाता है तो यह बहुत खराब होता है और इसको तुरंत ठीक करना चाहिए। 

How To Reduce Bounce Rate In Hindi ( बाउंस रेट को कम कैसे करें )

What Is Bounce Rate In Hindi
What Is Bounce Rate In Hindi

अब आप What Is Bounce Rate In Hindi के बारे में और बाउंस रेट कितना होना चाहिए के बारे में तो समझ गए होंगे लेकिन अब अगर आपके ब्लॉग या वेबसाइट का बाउंस रेट ज्यादा है और आप उसको कम करना चाहते होंगे, जिसके लिए अब हम आपको बाउंस रेट को कम कैसे करें के बारे में जानकारी देंगे, जिसमे हमने कई सारी जरूरी बातों का जिक्र किया है जो की निम्नलिखित हैं –

#1 – Blog Design Should Be Good

आपने यह तो सुना होगा जो दिखता है वो बिकता है तो ऐसा ही कुछ हमारे ब्लॉग या वेबसाइट पर भी काम करता है यानी की अगर हमारी वेबसाइट का डिजाइन अच्छा नहीं है तो हमारी वेबसाइट का बाउंस रेट बढ़ सकता है क्योंकि जब तक हम अपने ब्लॉग को Attractive नही दिखाएंगे तब तक विजीटर्स हमारी वेबसाइट पर ज्यादा नहीं रुकेगा। 

इसके साथ में आपको यह भी ध्यान रखना चाहिए की आप जब अपने ब्लॉग को डिजाइन करें तो उसमे जितने कलर्स का इस्तेमाल करें वह सब अच्छे होने चाहिए जो की विजीटर्स की आंखों में न चुभे और साथ में ब्लॉग के टेस्ट और फॉन्ट पर भी आपको विशेष ध्यान देना चाहिए, जिससे विजीटर्स को हमारे ब्लॉग या वेबसाइट का पूरा लूक अच्छे से दिखे, और वह हमारी वेबसाइट पर ज्यादा समय बिताए जिससे हम अपनी वेबसाइट का Bounce Rate ठीक कर सकते है। 

#2 – Do Content Writing Well ( कंटेंट राइटिंग अच्छे से करें )

अब जो की एक Blog और ब्लॉगर के लिए सबसे जरूरी होती है वह है Content जिससे यूजर हमारी वेबसाइट पर आता है तो ऐसे में जब भी हम अपने ब्लॉग या वेबसाइट पर कंटेंट लिखे तो उसकी क्वालिटी का बहुत ध्यान रखना चाहिए क्योंकि जब तक यूजर या रीडर को कंटेंट अच्छा लगेगा तब तक वह उसको पढ़ेगा और उसमे कोशिश करनी चाहिए की हम ऐसे आसान शब्दों का इस्तेमाल करें जो की यूजर को आसानी से पढ़ने पर समझ आ जाए। 

इसके साथ में आपको इसका भी ध्यान रखना की आप किसी भी तरह की गलत जानकारी को अपने कंटेंट में न लिखे क्योंकि अगर आप अपने कंटेंट में गलत जानकारी देते है तो फिर यूजर आपकी वेबसाइट से चला जायेगा और उसका भरोशा आपकी वेबसाइट से खत्म हो जाएगा साथ में इससे आपकी रैंकिंग पर भी बहुत बुरा असर पड़ता है। 

इसीलिए आपको ध्यान रखना चाहिए की आप एक बेहतर क्वालिटी का कंटेंट लिखे जो की यूजर को पसंद आए और वह आपकी वेबसाइट पर ज्यादा समय बिताए, जिससे आपके ब्लॉग का बाउंस रेट भी ठीक हो जायेगा। 

#3 – Focus On Content Structure ( कंटेंट के स्ट्रक्चर पर ध्यान दे )

अब सबसे जरूरी यह होता है की जब भी हम किसी तरह का कंटेंट लिखे तो उसको हम सही से फॉर्मेटिंग करके लिखे क्योंकि जब तक हम उसको सही से फॉर्मेट करके नही लिखते यानी की कौन सी जानकारी पहले आयेगी और कौन सी बाद में या कौन सी हेडिंग कब आयेगी यह सब हमारे स्ट्रक्चर पर आता है और जब हम इसको अच्छे से करेंगे तब हमारे ब्लॉग के कंटेंट का स्ट्रक्चर तो ठीक होगा ही साथ में बाउंस रेट भी कम होने लगेगा। 

#4 – Focus On Internal Linking ( इंटरनल लिंकिंग पर ध्यान दे )

यह बहुत महत्वपूर्ण कार्य है जो की हमारे बाउंस रेट को बिलकुल नियंत्रित कर देता हैं, इसीलिए हमको इस पर बहुत ध्यान देना चाहिए क्योंकि जब हम एक Seo Friendly Blog Post लिखते है और उसमे Internal Linking अच्छे से करते है तो फिर हमारे ब्लॉग पोस्ट पर आए विजीटर्स हमारी वेबसाइट पर ज्यादा समय गुजारते है और Internal Linking की सहायता से वह दूसरे पेज पर भी जाते है जो की हमारे Bounce Rate को बहुत जल्दी ही ठीक कर देता है। 

कई सारे लोग है जो की इंटरनल लिंकिंग करते है लेकिन उनको फायदा नही होता है जिसके पीछे का कारण यह है की वह अपने इंटरनल लिंकिंग को दुसरे पेज पर खोलने का विकल्प नही देते है इसीलिए आप जब इंटरनल लिंकिंग करें तो उसको दूसरे पेज पर खोलने पर सेट करें।

#5 – Get Navigation Right  ( नेविगेशन सही से करें )

अब यह भी एक बहुत महत्वपूर्ण कार्य होता है इसके अन्तर्गत आपको अपनी वेबसाइट या ब्लॉग के नेविगेशन को कुछ इस तरह से करना चाहिए की जो भी यूजर आए वह नेविगेशन को अच्छे से समझ सके और अच्छे से नेविगेशन का लाभ ले सके ऐसे में कई सारे ब्लॉगर यही गलती करते है कि वह नेविगेशन सही से नही करते है जिसके बाद यूजर किसी अन्य पेज पर चाह कर भी नहीं जा पता है इसीलिए हमको सही से नेविगेशन देना चाहिए और अच्छे Icon और Symbols का इस्तेमाल करना चाहिए, जो की यूजर को आसानी से समझ आ जाए। 

For What Reasons The Bounce Rate Of The Blog Becomes High ( किन कारणों से ब्लॉग का बाउंस रेट बढ़ता है )

जैसा की हमने आपको ऊपर 5 मुख्य तरीके बताए है जिससे आप अपने ब्लॉग के बाउंस रेट को ठीक कर सकते है ऐसे ही अभी कई अन्य छोटी छोटी जरूरी बाते है जिन पर भी हमको ध्यान देना चाहिए और इन पर ध्यान न देने की वजह से ही हमारे ब्लॉग का बाउंस रेट बढ़ता है, ये कारण निम्नलिखित है –

  • आपका कंटेंट की हेडिंग सही तरीके से लिखी होनी चाहिए।
  • आपके ब्लॉग की Load Speed अच्छी होनी चाहिए।
  • अच्छा कंटेंट लिखे जिसको आसानी से पढ़ा और समझा जा सके। 
  • कंटेंट के बीच में अपने पुराने ब्लॉग पोस्ट की लिंक को अवश्य लगाएं। 
  • ब्लॉग पोस्ट या ब्लॉग के नेविगेशन को सही तरीके से सेट करें।
  • ब्लॉग के प्राइमरी और सेकंड्री कलर्स का चयन सही से करें।
  • ब्लॉग के फॉन्ट को ऐसा रखे जिससे रीडर को पढ़ने में समय न लगे। 

यह भी जरुरी है – 

FAQs: ( What Is Bounce Rate In Hindi )

Qus: बाउंस रेट क्या होता है ?

Ans: एक वेबपेज के बाद exit करने वाले विजीटर्स का कुल औसत। 

Qus: बाउंस रेट क्यों कम करना जरूरी होता है ?

Ans: इससे हमारे Seo और रैंकिंग पर बहुत प्रभाव पड़ता है। 

Qus: बाउंस रेट कम कैसे किया जा सकता है ?

Ans: हमको हमारे ब्लॉग को सही से मैनेज करना चाहिए और इसको रीडर के अनुसार बनाना चाहिए।

Conclusion: ( What Is Bounce Rate In Hindi )

आज हमने आपको अपने लेख में बाउंस रेट क्या होता है और इसको कम कैसे करें के बारे में पूरी जानकारी दी है जिससे आप भी What Is Bounce Rate In Hindi के बारे में समझ गए होंगे और लेख को पढ़ने के बाद आपके मन से भी बाउंस रेट का सवाल समाप्त हो गया होगा और अब आप भी बाउंस रेट को आसानी से ठीक करके अपने ब्लॉग की रैंकिंग को बढ़ा पाएंगे। 

ब्लॉग पोस्ट को अंत तक पढ़ें के लिए धन्यवाद !

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